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2023 में ग्रहण कितने होंगे?

2023 में ग्रहण कितने होंगे?

ग्रहण हर साल होते हैं, लेकिन ये कई बार धाग्मिक और वैज्ञानिक माहौल के आलोक में विशेष महत्व रखते हैं। इनके समय सामयिकता और प्रकार भी विभिन्न होते हैं। 2023 में, कुल मिलाकर तीन ग्रहण होने की संभावना है।

चंद्र ग्रहण
चंद्र ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा पूर्णतः या अंशिक रूप से पृथ्वी की किरणें छुपाने लगता है। यह एक व्यापक घटना होती है और सभी इसे देख सकते हैं। 2023 में, दो चंद्र ग्रहण हो सकते हैं। ये चंद्र ग्रहण अप्रैल और सितंबर माह में हो सकते हैं।

सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा धरातल पर सेट होकर सूर्य की किरणों को छिपा देता है। ये एक अद्वितीय और चमत्कारी घटना होती है जिसे केवल कुछ विशेष क्षेत्रों से ही देखा जा सकता है। 2023 में, एक सूर्य ग्रहण का होने की संभावना है। इसकी अवधि अप्रैल माह में हो सकती है।

ग्रहण का महत्व
विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों में ग्रहण को अशुभ घटना माना जाता है। इसका महत्व विशेषकर सूर्य ग्रहण के समय बढ़ जाता है। धार्मिक और तांत्रिक कारणों के साथ-साथ, वैज्ञानिक दृष्टि से भी ये घटनाएं अद्भुत और रोचक होती हैं। ग्रहण के समय विशेष उपाय और पूजा-अर्चना की जाती है ताकि ग्रहण के अशुभ प्रभाव को कम किया जा सके।

ग्रहण के समय न करें ये कार्य
ग्रहण के समय कुछ विशेष सावधानियाँ बरतना चाहिए। इस समय न केवल भोजन में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए, बल्कि इस समय अशुभ कार्यों से भी बचना चाहिए।

ग्रहण के उपाय

  1. मंत्र जप: ग्रहण के समय मंत्र जप करना अशुभ प्रभावों को दूर कर सकता है।
  2. दान करना: ग्रहण के समय दान करना भी फलदायी हो सकता है।
  3. पूजा-अर्चना: ग्रहण के समय भगवान की पूजा और अर्चना करना अशुभ प्रभावों से बचाव कर सकता है।

ग्रहण के बाद क्या करें
ग्रहण के बाद कुछ सदुपयोगी सावधानियों का पालन करना चाहिए।

  1. जल स्नान करें: ग्रहण के बाद जल स्नान करना प्रशस्त है।
  2. पवित्र भोजन: ग्रहण के बाद पवित्र भोजन करना शुभ होता है।
  3. पूजा करें: ग्रहण के बाद भगवान की पूजा करना भी फलदायी होता है।

ग्रहण से जुड़े कुछ मिथक
ग्रहण से जुड़े कुछ मिथक भी हैं जिन्हें लोग मानते हैं।

  1. कुछ विशेष भोजन: ग्रहण के समय कुछ विशेष भोजन न करने का अर्थिक महत्व नहीं है।
  2. धार्मिक पुण्य करना: ग्रहण काल में किए गए धार्मिक पुण्यकारी कार्यों का अधिक महत्व नहीं है।
  3. अशुभ माना जाना: ग्रहण को अशुभ मानना गलत है। ये विशेष वैज्ञानिक घटनाएं हैं जिनका धार्मिक या पर्म्परागत अर्थ नहीं होता।

अधिक जानकारी के लिए
अगर आपके मन में ग्रहण से जुड़े किसी और सवाल हैं तो नीचे दिए गए सामान्य प्रश्न और उसके संक्षिप्त उत्तरों की मदद ले सकते हैं।

सामान्य प्रश्न (FAQs)

Q: ग्रहण क्या है?
A: ग्रहण एक वैज्ञानिक घटना है जिसमें इकट्ठा रूप से खड़े ग्रह पृथ्वी की ओर मोड़ लेते हैं।

Q: ग्रहण कितने प्रकार के होते हैं?
A: दो प्रमुख प्रकार के ग्रहण होते हैं – चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण।

Q: ग्रहण का क्या महत्व है?
A: धर्मिक, तांत्रिक, और वैज्ञानिक दृष्टि से ग्रहण का अपना महत्व है।

Q: ग्रहण के समय कौन-कौन से कार्य विशेष न करें?
A: ग्रहण के समय भोजन में सावधानी बरतनी चाहिए और अशुभ कार्यों से बचना चाहिए।

Q: ग्रहण के समय क्या उपाय करें?
A: ग्रहण के समय मंत्र जप, दान, और पूजा-अर्चना करने चाहिए।

ग्रहण एक चमत्कारिक प्राकृतिक घटना है जिसे हमें समझना और समर्थन करना चाहिए। इसका आनंद लेने के लिए उपर्युक्त सावधानियों का पालन करें।

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